नागपुर में मल्टीपल मायलोमा विशेषज्ञ

मल्टीपल मायलोमा विशेषज्ञ: रक्त कैंसर के आधुनिक उपचार में क्रांति

मल्टीपल मायलोमा विशेषज्ञ मुख्य रूप से हेमेटो-ऑन्कोलॉजिस्ट होते हैं, जो प्लाज्मा कोशिकाओं के इस जटिल ब्लड कैंसर के निदान और इलाज में अत्यधिक प्रशिक्षित होते हैं। यह रोग अस्थि मज्जा (Bone Marrow) में होता है और इसकी उन्नत चिकित्सा के लिए विशेषज्ञ ज्ञान और तकनीक की आवश्यकता होती है। एक कैंसर विशेषज्ञ (ऑन्कोलॉजिस्ट) के रूप में, मायलोमा विशेषज्ञ टारगेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, और कीमोथेरेपी जैसे उपचारों के सबसे प्रभावी संयोजन का निर्धारण करते हैं, जिसमें अक्सर बोन मैरो ट्रांसप्लांट भी शामिल होता है।

डॉ. सौरभ प्रसाद: नागपुर में विशेषज्ञ हेमेटो-ऑन्कोलॉजी सेवाएँ

नागपुर में डॉ. सौरभ प्रसाद एक अनुभवी और उच्च योग्य वयस्क और पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजिस्ट, हेमेटो-ऑन्कोलॉजिस्ट और बोन मैरो विशेषज्ञ हैं। उन्हें मल्टीपल मायलोमा सहित जटिल ब्लड कैंसर के निदान और इलाज में गहरी विशेषज्ञता हासिल है। डॉ. प्रसाद कीमोथेरेपी, टारगेटेड थेरेपी, और इम्यूनोथेरेपी के आधुनिक प्रोटोकॉल का उपयोग करते हैं, और जीवन रक्षक एलोजेनिक बोन मैरो ट्रांसप्लांट प्रक्रियाओं को सफलतापूर्वक प्रबंधित करने के लिए जाने जाते हैं। उनकी विशेषज्ञता ठोस ट्यूमर (जैसे ब्रेस्ट कैंसर, लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर) और बच्चों में कैंसर दोनों में समान रूप से है, जिससे उन्हें विदर्भ क्षेत्र में एक भरोसेमंद कैंसर विशेषज्ञ और बाल कैंसर विशेषज्ञ के रूप में पहचान मिली है।

मल्टीपल मायलोमा: लक्षण और कारण

मल्टीपल मायलोमा (Multiple Myeloma) का सफल इलाज करने के लिए इसके संकेतों और मूल कारणों को समझना आवश्यक है।

मल्टीपल मायलोमा के लक्षण (Symptoms)
  • अस्थि दर्द: खासकर पीठ या पसलियों में, जो ट्यूमर के कारण हड्डियों को हुए नुकसान (प्लाज्मासाइटोमा) के कारण होता है।
  • थकान और कमजोरी: एनीमिया (ब्लड कैंसर का एक सामान्य लक्षण) के कारण।
  • बार-बार संक्रमण: असामान्य एंटीबॉडी (M-प्रोटीन) के कारण सामान्य प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है।
  • किडनी की समस्याएँ: खून में कैल्शियम का उच्च स्तर (हाइपरकैल्सीमिया) या असामान्य प्रोटीन के जमाव के कारण।
  • असामान्य रक्तस्राव या चोट: यह अस्थि मज्जा में सामान्य रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में कमी को दर्शाता है।
कारण और जोखिम कारक (Causes)
  • प्लाज्मा कोशिकाएँ: ये सफेद रक्त कोशिकाएँ हैं जो संक्रमण से लड़ने के लिए एंटीबॉडी बनाती हैं। मायलोमा में ये कोशिकाएँ कैंसरयुक्त हो जाती हैं और अस्थि मज्जा में जमा होकर स्वस्थ रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बाधित करती हैं।
  • जोखिम कारक: बढ़ती उम्र (65 वर्ष से अधिक), पुरुष लिंग, और पारिवारिक इतिहास।
उपचार की प्रक्रिया और उन्नत तकनीकें

एक मल्टीपल मायलोमा विशेषज्ञ निदान की पुष्टि के बाद (अक्सर रक्त परीक्षण और अस्थि मज्जा बायोप्सी) एक व्यक्तिगत उपचार योजना विकसित करता है।

प्रेरण चिकित्सा (Induction Therapy)
  • कीमोथेरेपी (Chemotherapy): कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए दवाएं।
  • टारगेटेड थेरेपी (Targeted Therapy): प्रोटियोसोम इन्हिबिटर और इम्यूनोमॉड्यूलेटरी ड्रग्स (IMiDs) जो सीधे मायलोमा कोशिकाओं के विकास मार्ग को बाधित करती हैं।
  • इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy): मोनोक्लोनल एंटीबॉडी जो मायलोमा कोशिकाओं की पहचान करने और उन्हें नष्ट करने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को निर्देशित करती हैं।
हाई-डोज कीमोथेरेपी और स्टेम सेल ट्रांसप्लांट

विशेषकर युवा और स्वस्थ लोगों के लिए, ऑन्कोलॉजिस्ट उच्च खुराक वाली कीमोथेरेपी के बाद स्टेम सेल ट्रांसप्लांट का सुझाव देते हैं।

  • ऑटोलॉगस ट्रांसप्लांट: रोगी की अपनी स्टेम कोशिकाओं को पहले निकालकर, कीमोथेरेपी के बाद वापस डाल दिया जाता है।
  • एलोजेनिक बोन मैरो ट्रांसप्लांट: दाता से स्वस्थ स्टेम कोशिकाएँ प्राप्त की जाती हैं। उच्च जोखिम वाला लेकिन संभावित रूप से उपचारात्मक विकल्प।
रखरखाव चिकित्सा (Maintenance Therapy)

ट्रांसप्लांट के बाद भी रोग को नियंत्रित रखने के लिए कम खुराक वाली टारगेटेड थेरेपी या अन्य दवाएं दी जा सकती हैं।

अन्य उपचार: रेडिएशन थेरेपी का उपयोग विशिष्ट क्षेत्रों में प्लाज्मासाइटोमा के कारण हुए हड्डी के दर्द को दूर करने के लिए किया जा सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ’s)
  • प्र.1: मल्टीपल मायलोमा के इलाज में टारगेटेड थेरेपी की भूमिका क्या है?
    उत्तर: टारगेटेड थेरेपी मायलोमा के उपचार का आधार है। ये दवाएँ सीधे मायलोमा कोशिकाओं के भीतर विशिष्ट प्रोटीनों को अवरुद्ध करती हैं।
  • प्र.2: क्या मल्टीपल मायलोमा बच्चों में भी होता है?
    उत्तर: यह वयस्कों का रोग है और बच्चों में अत्यंत दुर्लभ है। बच्चों में कैंसर के लिए पीडियाट्रिक ऑन्कोलॉजिस्ट से परामर्श लें।
  • प्र.3: मल्टीपल मायलोमा विशेषज्ञ और सामान्य कैंसर विशेषज्ञ में क्या अंतर है?
    उत्तर: सामान्य ऑन्कोलॉजिस्ट सभी तरह के कैंसर का इलाज करता है, जबकि मल्टीपल मायलोमा विशेषज्ञ रक्त और अस्थि मज्जा कैंसर में विशेषज्ञ होते हैं।
  • प्र.4: मल्टीपल मायलोमा के लिए सही विशेषज्ञ कैसे चुनें?
    उत्तर: ऐसे हेमेटो-ऑन्कोलॉजिस्ट चुनें जिनके पास टारगेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट का व्यापक अनुभव हो।
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